यंग इंडियंस व एआईसी-आरएनटीयू का पांचवां ‘ड्रीम स्टार्टअप चैलेंज 2019’ फिनाले संपन्न
भोपाल, 27 जनवरी 2020। एआईसी-आरएनटीयू, सीआईआई तथा यंग इंडियंस द्वारा आयोजित पांचवा ड्रीम स्टार्टअप चैलेंज भोपाल शहर के स्टार्ट अप आरटीआईवाला सर्विसेस ने जीता लिया है। कार खरीदी कंसलटेंसी स्टार्टअप ट्यूसेवा फस्र्ट रनर अप तथा घरेलू काम सहायता एप्प गोईजी को सेकंड रनर अप का पुरस्कार मिला। प्रथम पुरस्कार विजेता को 50 हजार रूपये एवं द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार विजेताओं को 30 एवं 20 हजार रूपये, ट्राफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त रेस्टारेंट मैन्यू व पेमेंट एप केट्रियू तथा ब्यूटी व वैलनेस सेवा स्टार्टअप ओबीवाय को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये गए।
इस प्रतियोगिता का फिनाले आज रबीन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी स्थित एआईसी-आरएनटीयू के सभागार में संपन्न हुआ। भोपाल सहित प्रदेश के अन्य शहरों के कुल 120 स्टार्टअप्स ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था। विभिन्न राउंड्स के बाद आज 18 प्रतियोगियों को फिनाले पूर्व में अपना प्रजेंटेशन देने का मौका मिला। इनमें से 6 प्रतियोगी फिनाले तक पहुंचे जिन्होंने देश के विभिन्न शहरों से आए इन्वेस्टर फील्ड के 6 एक्सपर्ट की एक स्पेशल ज्यूरी के सामने अपने बिजनेस प्लान दिखाए और उनके द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिये। इस ज्यूरी में यूनीकाॅर्न वेंचर्स के अनिल जोशी, यूनिटस केपीटल के विकास सारदा, बीहाइव के भूषण गजारिया, आह वेंचर्स के अभिजीत कुमार, अपेक्स ग्रुप के शुभाषीश घोष तथा लीड एंजल्स की कृति रैयानी शामिल थे।
एआईसी-आरएनटीयू के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रदेश के उन युवाओं को एक मंच प्रदान करना है जो अपने बिजनेस आयडिया को बिजनेस में तब्दील करना चाहते हैं। इस मंच पर अनुभवी विशेषज्ञों की मौजूदगी के चलते ऐसे युवाओं को बिजनेस चलाने के टिप्स से लेकर फंडिंग प्राप्त करने तक सहायता प्रदान की जाती है।
आरटीआईवाला सर्विसेस देगा सस्ती लीगल सर्विसेस :फस्र्ट प्राइज विनर आरटीआईवाला सर्विसेस के सीईओ सुमित महिन्द्रा ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में आम आदमी की मदद के लिए आरटीआई विषय पर एक ब्लाग लिखने से शुरूआत की थी। साथ ही उन्होंने आरटीआई से निकली जानकारी को अपने ब्लाॅग पर पब्लिश करना शुरू किया जिसे न केवल उनके रीडर्स ने पसंद किया बल्कि कुछ बड़े मीडिया हाउसेस ने उसे कवर किया। जुलाई 2018 में उन्होंने लोगों की कंसलटेंसी डिमांड को पूरा करने के लिए पेड सेवाएं देना शुरू कीं। उन्हें पहली कंसलटेंसी से 80 रूपये प्राप्त हुए थे। बीते एक वर्ष में उनका यूजर्स बेस 74 हजार की संख्या पार कर गया है और वे अब तक 11400 आॅर्डर प्रोसेस कर चुके हैं। उनकी टीम में सात सदस्य हैं जो आरटीआई के अतिरिक्त अन्य लीगल मैटर्स में भी लोगों को सहायता प्रदान कर रहे हैं।
तुसेवा कर रही कार खरीदने में मदद : आकाश सोनाकिया व राजकमल द्वारा मिलकर शुरू किये गए स्टार्टअप तुसेवा का काम कार खरीदने जा रहे लोगों को उनकी जरूरत, बजट व सोशल स्टेटस आदि बिंदुओं के अनुसार सही कार खरीदने में मदद करना है। आकाश जोकि खुद पहले टाटा मोटर्स एवं शेवरले में काम कर चुके हैं ने अपनी नौकरी के दौरान महसूस किया कि अन्य विकसित देशों की तुलना में भारत में उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर कंपनियां अपनी कारें लांच नहीं कर रही हैं। इससे कारों के कई माॅडल फेल होते हैं और ग्राहक भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हो पाते। उनकी कंपनी एक छोटी सी फीस के बदले में ग्राहकों की एनालिसस कर उन्हें सलाह देती है जिससे उनके लाखों रूपये बचते हैं। सलाह सेवा के जरिए कंपनी अब तक 48 लाख रूपये का कारोबार कर चुकी है। आगे के विस्तार के लिए उनकी कंपनी इन दिनों एमजी मोटर्स, लोटस आॅइल, वूडमू आदि कंपनियों से टाईअप करने की कोशिश कर रही है।
गो ईजी करेगी घरेलू समस्याओं का समाधान : थर्ड प्राइज विनर स्टार्टअप गो ईजी एक वेब एप्लीकेशन के जरिये अपने ग्राहकों से संपर्क करती है। इस एप के जरिये उपभोक्ता घर बैठे इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बर व ड्राइवर से लेकर ब्यूटीशियन तक तमाम सेवाएं आॅर्डर कर सकते हैं। इस स्टार्ट अप का कहना है कि सभी सेवा प्रदाताओं को डाटा, प्रशिक्षण व पुलिस वैरीफिकेशन आदि उनके पास होने से ग्राहक सुरक्षा के भय से मुक्त होकर इन सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।