होंडा कार्स इंडिया ने पेश किया अब तक का पहला 10 साल तक के लिए एनी टाइम वॉरंटी प्रोग्राम

होंडा कार्स इंडिया ने पेश किया अब तक का पहला 10 साल तक के लिए एनी टाइम वॉरंटी प्रोग्राम


नई दिल्ली : भारत में प्रीमियम कारों के अग्रणी निर्माता, होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) ने ग्राहकों के आनंद और स्वामित्व के अनुभव को बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, अपनी तरह के पहले एनी टाइम वारंटी प्रोग्राम की पेशकश की है। इस प्रोग्राम को ग्राहक कार खरीदने के बाद से लेकर 10 वर्षों तक की अविध में वार्षिक आधार पर खरीद सकते है। यह भारत में किसी भी ऑटो ब्रांड द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सबसे लंबी वारंटी कवरेज है और यह स्वामित्व में परिवर्तन के साथ ट्रांसफर भी करवाई जा सकती है


2014 में एचसीआईएल इस उद्योग का पहला वाहन निर्माता था जिसने 7 साल तक की एनी टाइम वारंटी की पेशकश की थी। अब कंपनी इसे 10 साल तक और बढ़ाने जा रही है, यह एक बार फिर इस उद्योग में अपनी तरह का पहला कदम है। यह नया वारंटी पैकेज न केवल कार के स्वामित्व की कुल लागत को कम करेगा, बल्कि यह कार की रीसेल वेल्यू को भी बढ़ाएगा।


इस अवसर पर बोलते हुए, श्री राजेश गोयल, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एवं डायरेक्टर, मार्केटिंग एवं सेल्स, होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड, ने कहा, "हम ग्राहक को पूरी जिंदगी के लिए अपना बनाने की दिशा में प्रयास करते हैं। इस प्रतिबद्धता के अनुरूप, होंडा ने अपने ग्राहकों के लिए 10 साल तक की अवधि वाला उदयोग का पहला एनी टाइम वारंटी प्रोग्राम शुरू किया है। यह प्रोग्राम होंडा कार्स की पहचान रहे ब्रांड गुणों जैसे टिकाउपन, गुणवत्ता और विश्वसनीयता का एक प्रमाण है और हमें विश्वास है कि यह हमारे ग्राहकों को और भी मन की शांति देगा।"


होंडा कार्स इंडिया की एनी टाइम वारंटी के बारे में :  यह भारतीय मोटर वाहन उद्योग में पहली बार पेश किया गया एक अनूठा प्रोग्राम है। यह प्रोग्राम "1 वर्ष 20,000 किलोमीटर" की कवरेज देता है। इस प्रोग्राम को प्राप्त करने के लिए पात्रता मानदंडों में नए वाहन की बिक्री की तारीख से लेकर वाहन की आय 10 वर्ष (पॉलिसी प्रारंभ तिथि से) से कम और ओडोमीटर की रीडिंग 1,20,000 किलोमीटर से कम होनी चाहिएस्टैंडर्ड वारंटी/एक्सटेंडेड वारंटी की समाप्ति के बाद भी ग्राहक कभी भी इस प्रोग्राम का विकल्प चुन सकते हैं। वाहन की वारंटी और प्रिविटिव मेंटेनेस सर्विस खत्म होने के मामले में अधिकृत डीलर द्वारा एक फॉर्मल इंस्पेक्शन करवाने की आवश्यकता होगी। एनी टाइम वारंटी के तहत, डीलर यदि किसी ऐसे पार्ट की मरम्मत करता है या बदलता है, जो एनी टाइम वारंटी (नियम और शर्ते लागू) की सीमा के भीतर खराब हुआ साबित होता है, तो इस स्थिति में ग्राहक को उस पार्ट और लेबर के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है।