कोविड-19 महामारी के काल में शिवनादर यूनिवर्सिटी ने 2020-21 के शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश परीक्षा (एसएनयू. सैट और एपीटी) दूरस्थ प्रणाली से आयोजित होगी।
नोएडा : शिव नादर यूनिवर्सिटी (भारत का अग्रणी बहुविषयक एवं शोध-केंद्रित, विश्वविद्यालय तथा भारत सरकार द्वारा ‘इंस्टीट्यूट आॅफ एमिनेंस’ के रूप में सम्मानित) ने आज कोविड-19 की महामारी के परिप्रेक्ष्य में अपने अंडरग्रेजुएट कार्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया में संशोधन किए जाने की घोषणा की। यह विश्वविद्यालय देश के उन कुछ शैक्षणिक संस्थानों में है, जो सुरक्षित एवं एंटी-चीटिंग सर्वियलेंस युक्त एआई प्रक्रिया का इस्तेमाल कर दूरस्थ प्रणाली से प्राॅक्टर्ड प्रवेश परीक्षा ;ैछन्.ै।ज् - ।च्ज्द्ध आयोजित करेगा। प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय सैट स्कोर भी स्वीकार कर रहा है। जेईई मेंस (जनवरी) 2020 में 80 पर्सेंटाईल या उससे ज्यादा अंक वाले विद्यार्थी एसएनयू-सैट एवं एपीटी में बैठे बिना इंजीनियरिंग या नैचुरल साईंसेस के तहत आने वाले प्रोग्राम्स के लिए सीधे प्रवेश पा सकेंगे। प्रवेश प्रक्रिया में किए गए समस्त परिवर्तनों की जानकारी http://snuadmissions.com/admission_info_2020.php#alerts पर उपलब्ध है।
कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं के अंक न मिल पाने की वजह से विद्यार्थियों को उनके स्कूल के मौजूदा ग्रेड्स तथा प्रवेश प्रक्रिया में उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रोविज़नल एडमिशन दिया जाएगा। इच्छुक विद्यार्थी अपने भरे हुए आवेदन पत्र 31 मई, 2020 तक www.snu.edu.in से प्राप्त कर जमा कराएं। मूल्यांकन के बाद चुने गए प्रोग्राम्स के लिए एक आॅनलाईन इंटरव्यू द्वारा विद्यार्थियों का अंतिम चयन किया जाएगा।
डाॅक्टर रूपामंजरी घोष, वाईस चांसलर, शिव नादर यूनिवर्सिटी ने कहा, ‘‘शिव नादर यूनिवर्सिटी यह सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है कि इस मुश्किल दौर में भी विद्यार्थियों की शिक्षा बिना रूके चलती रहे। अग्रगामी विचार रखने वाले संस्थान के रूप में हमने अपने अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स के लिए अपनी आवेदन प्रक्रिया को अपडेट करने के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं तथा सुनिश्चित किया है कि हमारे विद्यार्थी इस आपातकाल में भी प्रवेश की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें।’’
शिव नादर यूनिवर्सिटी ने इस साल दो नए प्रोग्राम्स की घोषणा भी की:
इकाॅनाॅमिक्स एवं फाईनेंस में बीएससी (रिसर्च) - यह प्रोग्राम विद्यार्थियों को इकाॅनाॅमिक्स के सिद्धांत एवं फाईनेंशल सिस्टम्स, ग्लोबल मार्केट एवं इंटरप्राईज़ में इसके अनुप्रयोगों को समझने में मदद करेगा। यह वित्त के क्षेत्र में काम करने वाले व्यवसायियों एवं अर्थशास्त्रियों को समस्याओं को समझने व उनका हल निकालने के लिए आवश्यक गणितीय कौशल एवं संस्थागत ज्ञान प्रदान करेगा।
केमिस्ट्री में इंटीग्रेटेड बीससी-एमएससी-पीएचडी प्रोग्राम - ये इंटीग्रेटेड प्रोग्राम विद्यार्थियों को कैमिस्ट्री के क्षेत्र में मजबूत फाउंडेशन प्रदान करेंगे और उनके सफर को गति प्रदान करेंगे।
एचसीएल के संस्थापक, श्री शिव नादर द्वारा स्थापित, शिवनादर फाउंडेशन का अंग होने के चलते यह यूनिवर्सिटी योग्य विद्यार्थियों को उनकी आर्थिक पृष्ठभूमि देखे बिना एक समान अवसर प्रदान करने के लिए काम करती है। यह यूनिवर्सिटी योग्य विद्यार्थियों को पर्याप्त स्काॅलरशिप प्रदान करती रहेगी। इनमें शामिल हैं:
गिफ्टेड स्टूडेंट स्काॅलरशिप: यह स्काॅलरशिप हर बोर्ड में कक्षा 12 के सर्वोच्च 100 अंकधारकों, जेईई (एडवांस्ड) के सर्वोच्च 500 अंकधारकों, इंस्पायर फैलोज़ विद स्काॅलरशिप फाॅर हायर एजुकेशन (शी), 42 या उससे ज्यादा ग्रेड प्वाईंट्स के साथ आईबी ग्रेजुएट्स एवं डीएसटी किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) फैलोशिप धारकों को दी जाती है। चयनित विद्यार्थियों को संपूर्ण प्रोग्राम में कम से कम 6.50 की सीजीपीए बनाकर रखने पर एडमिशन शुल्क, ट्यूशन फीस, होस्टल, मेस एवं लाॅन्ड्री शुल्क में 100 प्रतिशत छूट मिलती है।
रूरल स्टूडेंट स्काॅलरशिप: यह स्काॅलरशिप ग्रामीण और सुविधाओं से वंचित पृष्ठभूमि के विलक्षण प्रतिभा वाले विद्यार्थियों को दी जाती है। यह योजना एडमिशन शुल्क, ट्यूशन फीस, होस्टल, मेस और लाॅन्ड्री शुल्क में 100 प्रतिशत छूट देती है।
मेरिट कम मीन्स स्काॅलरशिप: 8 लाख रु. प्रतिवर्ष से कम वार्षिक आय वाले परिवारों एवं कक्षा 12 की परीक्षा में 92 प्रतिशत या उससे अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को यह स्काॅलरशिप दी जाती है। यह स्कीम एडमिशन शुल्क, ट्यूशन शुल्क, होस्टल, मेस एवं लाॅन्ड्री के शुल्क में 100 प्रतिशत छूट देती है।
स्पोटर््स स्काॅलरशिप: बैडमिंटन, चेस, स्क्वैश, टेनिस एवं टेबल टेनिस में सर्वोच्च 100 रैंक धारकों को उनके संबंधित नेशनल स्पोटर््स फेडरेशन के अनुरूप यह स्काॅलरशिप दी जाएगी। विद्यार्थियों का मूल्यांकन एसएनयू-सैट एवं एपीटी के साथ संबंधित स्पोटर््स/गेम्स में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में पिछले प्रदर्शन एवं प्रतिभागिता के आधार पर किया जाएगा। विद्यार्थियों को फिज़िकल फिटनेस एवं स्पोटर््स टेस्ट देना होगा, जो डिपार्टमेंट आॅफ फिज़िकल एजुकेशन एवं स्पोटर््स द्वारा आयोजित किया जाएगा।
सैट इंडिया स्काॅलरशिप: लागू मापदंड के अनुसार सैट स्कोर के आधार पर सर्वोच्च विद्यार्थियों के चयन के लिए शिव नादर यूनिवर्सिटी ने काॅलेज बोर्ड के साथ टाई-अप किया है। सबसे अच्छा परफाॅर्म करने वाले विद्यार्थी, जिन्हें वित्तीय सहयोग की जरूरत होगी, उन्हें काॅलेज बोर्ड एवं शिव नादर यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त फंड के माध्यम से पूरी स्काॅलरशिपद ी जाएगी।
शिव नादर यूनिवर्सिटी ने विश्व की अग्रणी यूनिवर्सिटीज़ के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी द्वारा विद्यार्थी एक्सचेंज स्टूडेंट या स्टडी अब्राॅड प्रोग्राम के तहत एक सेमस्टर या एक पूरा एकेडेमिक साल अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी में बिता सकते हैं, जहां उन्हें लर्निंग का व्यवहारिक व अंर्तराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त हो सकता है। इस महामारी के नियंत्रित होने एवं दुनिया की स्थिति सुधरने के बाद विद्यार्थियों को दुनिया की अग्रणी यूनिवर्सिटीज़ जैसे यूनिवर्सिटी आॅफ कैलिफोर्निया बर्कले; यूनिवर्सिटी आॅफ वारविक; सेपिएंज़ा यूनिवर्सिटी आॅफ रोम; हेडेलबग यूनिवर्सिटी, जर्मनी; यूनिवर्सिटी आॅफ क्वींसलैंड, आॅस्ट्रेलिया; डेकिन यूनिवर्सिटी, आॅस्ट्रेलिया आदि में पढ़ने का मौका मिलेगा।
जून, 2020 में यूनिवर्सिटी से 641 विद्यार्थी ग्रेजुएट होंगे और आज तक इनमें से 85.6 प्रतिशत विद्यार्थी अग्रणी संगठनों में प्लेसमेंट पा चुके हैं। इस संगठनों में गोल्डमैन सैश्स, अमेरिकन एक्सप्रेस, डिलाॅयट, एलएंडटी कंस्ट्रक्शन, डेल टेक्नाॅलाॅजीज़, एडोब, आईबीएम, टीसीएस, पेपाॅल, हैवलेट पैकार्ड इंटरप्राईज़, एचडीएफसी आदि हैं। इस साल कैंपस प्लेसमेंट के दौरान दिया जाने वाला सर्वाधिक वेतन का पैकेज 31.50 लाख रु. प्रतिवर्ष था। शेष विद्यार्थियों ने मशहूर अंर्तराष्ट्रीय यूनिवर्सिटीज़, जैसे न्यूयार्क यूनिवर्सिटी, एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी आॅफ मिनेसोटा, स्टाॅकहोम स्कूल आॅफ इकाॅनाॅमिक्स आदि में अपनी उच्च शिक्षा जारी रखने का विकल्प चुना।