चर्चा 2020 में कौशल विकास एवं उद्यमशीलता पर संवाद करने के लिए एनएसडीसी और द/नज फाउंडेशन एकसाथ मिलकर आगे आए

3 दिवसीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता इवेन्ट जो 24 सत्रों से परिपूर्ण है, इसमें 50 से अधिक प्रतिभाशाली प्रमुख वक्ताओं और पैनलिस्टों ने इसका नेतृत्व किया है


   


नई दिल्ली : #चर्चा2020 में नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) ने द नज फाउंडेशन के साथ मिलकर कौशल विकास एवं उद्यमशीलता इवेंट का आयोजन 14 मई से 16 मई, 2020 तक आयोजित किया है जो कि डी आसरा फाउंडेशन और जी.ए.एम.ई. भारत द्वारा सहयोग किया गया है। यह वचुअल इवेंट भारत में कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न हुई अभूतपूर्व चुनौतियों को दूर करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा और कौशल विकास एवं उद्यमशीलता ईकोसिस्टम पर बातचीत को सक्षम बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। #चर्चा2020 के तीन दिनों तक के कार्यक्रम में 24 सत्रों को 50 से अधिक प्रतिभाशाली वक्ताओं और पैनलिस्टों द्वारा कवर किया गया। यह इवेंट वैश्विक महामारी के परिणामस्वरूप कौशल विकास क्षेत्र में आने वाली प्रमुख चुनौतियों के समाधान के लिए शासन, नीति, हस्तक्षेप और महत्वपूर्ण कार्यों की समीक्षा को अधिक सुविधाजनक बनाएगा।


कौशल विकास एवं उद्यमशीलता इवेंट की शुरुआत कल नीती आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार जी और बैन कैपिटल प्राइवेट इक्विटी के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित चंद्रा जी के एक विस्तृत सत्र के साथ हुई जिसमें 'दुनिया में वैश्विक महामारी के बाद भारत का अभिसरण' पर वार्तालाप हुई। इस सत्र के बाद कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री प्रवीण कुमार जी ने उद्घाटन भाषण दिया। आज एनएसडीसी के एमडी एवं सीईओ डॉ. मनीष कुमार जी ने त्वरित पुनप्राप्ति के लिए सकारात्मक वातावरण द्वारा शासन एवं नीतियां पर एक मुख्य भाषण से संबोधित किया। तीन-दिनों तक, विभिन्न विषयों पर कई सत्र आयोजित किया गए, जिसमें रोजगार के भविष्य एवं कौशल सशक्तिकरण के माध्यम से सफलता की प्रेरणादायक कहानियों के साथ उभरते हुए नए सामान्य विकास में कौशल के विभिन्न तरीकों पर चर्चा हुई।


कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव, श्री प्रवीण कुमार जी ने अपने शुरुआती संबोधन में कहा कि वर्तमान महामारी के माहौल में आत्मनिर्भरता के लिए कार्यबल के कौशल और आजीविका के लिए स्किलिंग की योजना बनाई जाएगी और उनके पुनर्विकास और पुनर्निर्देशन के अनुसार रणनीतियां बनाकर भविष्य की योजनाओं पर अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने लगातार हर युवा तक पहुंचने का हर संभव प्रयास किया है और अब भी लगातार वो प्रयास जारी है जिससे भारत के युवाओं को एक ऐसा मंच प्रदान किया जा सकें जहां ने अपनी पूरी क्षमता के अनुरूप पूरे देश के लिए अपना अहम योगदान दे सकें।


उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि कोविड-19 के इस नए दौर में उद्योग भागीदारों, विचारशील नेताओं, नीति निर्माताओं और उनकी बाधाओं को समझने के साथ एक उत्पादन संबंधी चर्चा जी जाएं ताकि उनके अनुभव से सीखा जा सके। उन्होंने आगे कहा कि नई क्षमताओं का सृजन कर हम उद्योगों के अतंर को कम करने हेतु कौशल प्रावधान के लिए एक बेहतर नए मॉडल को लागू कर सके।


उद्घाटन के दिन चर्चा में, भविष्य के लिए स्किलिंग, अपस्किलिंग की भूमिका, रीस्किलिंग और वैकल्पिक स्किलिंग, फंडिंग परिदृश्य का विकास, और संकट के समय अर्थव्यवस्था में क्षेत्रीय चुनौतियों एवं अवसरों और अर्थव्यवस्था के सतत् विकास जैसे विषयों को कवर किया गया। दूसरे दिन चर्चा में, भारत की विकास यात्रा में नींव की भूमिका विकसित करना, कुशल अर्थव्यवस्था में अवसर, शासन और नीतियां द्वारा त्वरित वसूली के लिए एक वातावरण, स्किलिंग क्षेत्र में नवाचार और डिजिटल परिवर्तन और कोविड-19 संकटकाल के दौरान बड़े पैमाने पर उद्यमशीलता और गैर-लाभकारी संस्थाओं की प्रतिक्रिया के लिए एक सहयोगी की आवश्यकता है जैसे विषय शामिल रहें। तीसरे दिन, समावेशी विकास के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था की रिकवरी जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया, जिससे पिरामिड उद्यमिता के बीच की प्रतिस्पर्धा और उद्यमशीलता में प्रौद्योगिकी की भूमिका को कैसे बढ़या जाएगा जैसे विषयों पर चर्चा हुई।


एनएसडीसी के एमडी और सीईओ डॉ. मनीष कुमार जी ने इस पहल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए चर्चा 2020 मंच का उद्देश्य कौशल विकास एवं उद्यमशीलता के लिए अनुकूल कार्यक्रमों और रणनीतियां बनाकर उस पर विचार मंथन करना है। द/नज फाउंडेशन के संस्थापक अतुल सतीजा ने चर्चा 2020 पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी के प्रकोप के असर ने भारत के विकास क्षेत्र को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि चर्चा 2020 आवश्यक हस्तक्षेप को सक्षम करने के लिए हमारी दृष्टि के अनुरूप है ताकि सामाजिक विकास क्षेत्र के डिजाइन को फिर से तैयार करते भारत की सबसे अधिक दबाव वाली समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचे को बढ़ावा दिया जा सकें। इस मंच का उद्देश्य विचारशील नेतृत्वकर्ताओं को एक साथ लाना है ताकि कोरोना महामारी के जवाब में एक रणनीतिक फ्रेम वर्क को एक साथ लाया जाए और भविष्य में प्रकृति के झटके के खिलाफ लचीलापन बनाने की आवश्यकता पर बातचीत को सक्षम किया जा सके


14 मई से 16 मई, 2020 तक ऑनलाइन आयोजित होने वाला चर्चा 2020 एक ऐसा मंच है, जो भारत के आर्थिक विकास के लिए COVID-19 द्वारा सामने आई अभूतपूर्व चुनौतियों को दूर करने के तरीकों पर विचार-विमर्श करने के लिए भारत के कुछ प्रतिभाशाली दिमागों और प्रमुख राय देने वाले लीडर्स को एक साथ लाएगा। 9 विस्तृत सत्रों और साथ में चलने वाले 16 इवेंट्स के साथ ही चर्चा 2020 स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, जल और स्वच्छता, भूमि और संपत्ति समावेशन, कौशल विकास और उद्यमशीलता सहित विकास के क्षेत्र में विषयों की एक विस्तृत श्रृखंला को कवर करेगा। यह मंच, अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए गति का फिर से आविष्कार करने और देश के पुनरुत्थान के लिए एक नया मार्ग बनाने की आवश्यकता के साथ देश को प्रभावित करने वाले अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा करने की सुविधा प्रदान करेगा।


वचुअल समिट में भारत के सबसे प्रभावशाली लीडर्स और प्रतिभाशाली विचारकों, नीति निर्धारकों, संचारकों, समाजसेवियों और सामुदायिक नेताओं जैसे श्री राजीव कुमार, उपाध्यक्ष, नीति आयोग; डॉ. कैलाश सत्यार्थी, नोबेल पुरस्कार विजेता और संस्थापक, बचपनबचाओ; सुश्री किरण मजूमदार शॉ, अध्यक्ष और एमडी, बायोकॉन; डॉ. मुहम्मद यूनुस, नोबेल पुरस्कार विजेता और संस्थापक, ग्रामीण बैंक; डॉ. एस कृष्णमूर्ति, पीएम के मुख्य आर्थिक सलाहकार; कौशिक बसु और जस्टिन लिन यीफू, दोनों पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री, विश्व बैंक और डॉ. मनीष कुमार, एमडी और सीईओ, एनएसडीसी की भागीदारी देखी जाएगी


चर्चा 2020 एक मंच पर 100 से अधिक विकास संगठनों, 300+ वक्ताओं और लगभग 6,000 पंजीकृत प्रतिभागियों की भागीदारी का गवाह बनेगा। 16 इवेंट्स, जोकि प्रत्येक 6 से 10 घंटे के बीच की अवधि का होगा, स्पीकर नोट्स, विशेषज्ञ पैनल और डेमो के माध्यम से समानांतर में चल रहे, सतत विकास के प्रत्येक क्षेत्र में विषयों को कवर करेगापंजीकरण करने के लिए https://charcha2020.splashthat.com/ देखें