कोविड-19 के कारण सुरक्षित निवेश को बढ़ावा मिलने से पहली तिमाही में सोने की मांग को मिला सहारा
विश्व स्वर्ण परिषद (वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल) की नवीनतम गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट के अनुसार 2020 की पहली तिमाही में वैश्विक स्तर पर सोने की मांग पिछले साल की सामन अवधि की तुलना में 1% बढ़कर 1,083.8 टन रही।
कोविड-19 वैश्विक महामारी की वजह से सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की मांग बढ़ी है, और गोल्ड ईटीएफ में खासा निवेश (298 टन से अधिक) बढ़ा है, जिसके परिणामस्वरूप इन उत्पादों में वैश्विक स्तर पर होल्डिंग बढ़कर 3,185 टन की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
इसकेउलट, बाजारकेग्राहक-केंद्रितक्षेत्रतेजीसेकमजोरहुए।कोविड-19 के प्रकोपकी वजह से आभूषणोंकीमांगमेंभारीगिरावटआईऔरतिमाहीमांग 39% गिरकर325.8टन केरिकॉर्ड निचलेस्तरपरआ गई।
वैश्विक अनिश्चितता और वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए पहली तिमाही में गोल्ड आधारित ईटीएफ में सालाना आधार सात गुना वृद्धि दर्ज की गई। पहली तिमाही के अंत तक गोल्ड आधारित ईटीएफ की होल्डिंग्स रिकॉर्ड 3,185 टन के उच्च स्तर पर पहुंच गई।
निवेश प्रवाह में तीव्र वृद्धि से अमेरिकी डॉलर आधारित सोने की कीमतें आठ साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई।इसके परिणामस्वरूप,मूल्यकेसंदर्भमेंमांग55 अरब अमेरिकी डॉलर तकपहुंचगई - जोकि2013 की दूसरी तिमाही केबादसबसेअधिकहै। भारतीयरुपयेऔरटर्किशलीरातथा अन्य मुद्रामें सोनेकीकीमतनएरिकॉर्डउच्चस्तरपरपहुंच गई।
महामारी को नियंत्रित करने के लिए दुनिया भर की सरकारों द्वारा लॉकडाउन जैसे उपायों को अपनाने से आभूषणों की मांग में गिरावट आई है। देश के सबसे बड़े आभूषण ग्राहक और कोविड-19 के प्रसार वाले पहले बाज़ार – चीन में मांग 65% घटने से आभूषणों की मांग अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई।
हालांकि केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की मांग बनी हुई है लेकिन उसकी रफ्तार थोड़ी कम हुई है। भारी उतार-चढ़ाव और अनिश्चितता के बीच पहली तिमाही में वैश्विक स्वर्ण भंडार में 145 टन की बढ़ोतरी देखी गई। रूस ने घोषणा की कि वह अपने दीर्घावधि खरीद कार्यक्रम को निलंबित करेगी, जिससे दूसरी तिमाही और उससे आगे वैश्विक स्तर पर शुद्ध खरीदारी में नरमी के संकेत हैं।
पहली तिमाही में सोने की कुल आपूर्ति में 4% की कमी आई क्योंकि कोरोनावायरस की वजह से लॉकडाउन होने से खनन उत्पादन और सोने की रीसाइक्लिंग बाधित हुई हैं। वायरसकेप्रसारकोरोकनेकेप्रयासमेंकईपरियोजनाओंकासंचालनरोकदियागयाथा।औरतिमाही केअंततक रीसाइक्लिंग का काम करीब-करीब ठप हो गया था क्योंकि ग्राहकों को उनकेघरोंतकसीमितकरदियागयाथा।
विश्व स्वर्ण परिषद के मार्केट इंटैलिजेंस लुइस स्ट्रीट ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी का वैश्विक स्तर पर सोने की मांग पर व्यापक और अप्रत्याशित असर पड़ा है। पहली तिमाही में जो थोड़ा-बहुत इजाफा हुआ है वह निवेश मांग, खास तौर पर गोल्ड आधारित ईटीएफ में निवेश बढ़ने के कारण हुआ है।
इसके विपरीत, बाजार के ग्राहक-केंद्रित क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा प्रतिकूल असर पड़ा है। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया भर की सरकारों द्वारा लॉकडाउन लागू करने से आभूषणों की मांग में तिेज गिरावट आई है और चीन में सबसे ज्यादा 65% मांग घटी है।
2020 के बाकी बचे महीनों में भी सोने की मांग पर कोविड-19 का असर दिखेगा।विशेषरूपसे, जब तक व्यापक तौर पर आर्थिक स्थिति और बाजार में स्थायित्व नहीं आता है तब तक गोल्ड आधारित ईटीएफऔरआभूषणों की ग्राहक मांग के बीच निवेशमें विचलनबना रह सकता है।’’
2020 की पहली तिमाही में गोल्ड डिमांग ट्रेंड्स रिपोर्ट की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
- कुल मांग पहली तिमाही में सालाना आधार पर 1% बढ़कर 1,083 टन रही
- कुल निवेश मांग सालाना आधार पर 80% बढ़कर 539.6 टन रही
- कुल ग्राहक मांग 2019 की पहली तिमाही के 791 टन की तुलना में 28% घटकर 2020 की पहली तिमाही में 567.4 टन दर्ज की गई
- वैश्विक स्तर पर आभूषणों की मांग 39% गिरकर 325.8 टन के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई
- केंद्रीय बैंकों की शुद्ध खरीदारी सालाना आधार पर 8% गिरकर 145 टन रही
- बार की मांग सालाना आधार पर 19% घटकर 150.4 टन रही
- प्रौद्योगिकी क्षेत्र में मांग 8% घटकर 73.4 टन के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई
- कुल आपूर्ति में सालाना आधार पर 4% की गिरावट दर्ज की गई
2020 की पहली तिमाही में गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट जिसमें मेटल्स फोकस द्वारा उपलब्ध कराए गए समग्र आंकड़े शामिल हैं, उसे http://www.gold.org/research/gold-demand-trendsपर देखा जा सकता है।
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