आसमान एप से स्वास्थ्य केंद्र से नजदीकी अस्पताल रैफर होने पर तत्काल इलाज संभव हो पा रहा है।
विदिशा । मप्र में सुरक्षित प्रसव कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं को वीआईपी ट्रीटमेंट की सुविधा देने के लिए आसमान एप्लीकेशन के सुखद परिणाम आने शुरू हो गए हैं। इसे मप्र के कुछ जिलों में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में डेढ़ साल पहले ही शुरू किया गया था।
इससे न केवल गर्भवती महिलाओं की संबंधित कमजोरी और बीमारियों के बारे में पता चल रहा है साथ ही स्वास्थ्य केंद्र से नजदीकी अस्पताल या फिर जिला अस्पताल रैफर होने पर तत्काल इलाज संभव हो पा रहा है। इस बारे में जानकारी देते हुए विदिशा के सिविल सर्जन डॉ. संजय खरे ने बताया कि इस एप के माध्यम से गंभीर मामलों में मरीजों के रैफर करने की संख्या में कमी आई है। इसका सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को मिल रहा है। इस अवसर पर डॉ. प्रमोद मिश्रा, डॉ. प्रतिभा ओसवाल, डॉ. डॉली कोठारी, स्टाफ नर्स प्रीति कटारे, दीपिका पोटफोले उपस्थित रही।
कहीं भी देख सकते ऑनलाइन : आसमान एप्लीकेशन के लिए पिछले करीब डेढ़ साल से चल रहा है। इसमें अहम बात यह है कि प्रसव के लिए आने वाली हर महिला की इंट्री प्रशिक्षित नौं को दिए गए टेबलेट में करना होती है। ऑन लाइन सिस्टम है जिसमें न केवल विदिशा में वरन प्रदेश के मुख्यालय पर भी उस महिला के उपचार और बीमारी या अन्य काम्प्लीकेशंस की स्थिति देखी जा सकती है। मरीजों के लिए यह होगा
मरीजों के लिए यह होगा फायदा : टेलबेट के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की मॉनिटरिंग की जा रही हैं। जिला मुख्यालय रैफर होने वाली महिलाओं की जानकारी ऑनलाइन दर्ज होती हैं। जैसे ही मरीज को जिला अस्पताल रैफर किया जाता है, वैसे ही परी जानकारी ऑन लाइन हो रही है। अस्पताल में रैफर होकर आने वाले मरीज के पहुंचने से पहले डॉक्टर, स्टाफ नर्स आदि उपस्थित रहते हैं और तत्काल इलाज शुरू हो जाता है।