ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन के एच-सोशल क्रिएटर अवार्ड के फाइनल में रायपुर के छात्रों ने छोड़ी गहरी छाप

 गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज के छात्रों ने इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के क्षेत्र में अपना इनोवेशन दिखाया



रायपुर: ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड की सीएसआर शाखा ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन
(एचएमआईएफ) की ओर से आयोजित एच-सोशल क्रिएटर के फाइनल में रायपुर के दो छात्रों ने अपना आइडिया पेश किया। 'एच-सोशल क्रिएटर' एक सोशल इनोवेशन प्रोग्राम है, जो ऐसी युवा प्रतिभाओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से
शुरू किया गया है जो सड़क सुरक्षा, पर्यावरण एवं स्वच्छ भारत जैसे क्षेत्र में आसान एवं प्रभावी इनोवेशन करने में सक्षम
हैं।


गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज, रायपुर के छात्रों हिमांशु साहू और सत्यम सिन्हा ने चलते-चलते इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने और शहरों में बैट्री की अदला-बदली का माॅड्यूल बनाने का अनूठा आइडिया दिया। यह आइडिया इलेक्ट्रिक वाहनों एवं उसकी इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलाॅजी पर केंद्रित है और सभी ने इसकी सराहना की।


इस पहल पर एचएमआईएल के एमडी एवं सीईओ श्री एस. एस. किम ने कहा, “हमें भारत में एच-सोशल क्रिएटर के पहले संस्करण की मेजबानी करने की खुशी है। भारत युवा एवं तेज दिमाग प्रतिभाओं की खान है। इन युवा एवं बुद्धिमान सामाजिक सोच वाली प्रतिभाओं के दम पर भारत का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। भारत ऐसे मुहाने पर है जहां सामाजिक समावेश एवं आर्थिक विकास साथ-साथ बढ़ रहे हैं। आज के युवा भविष्य के पथ प्रदर्शक हैं। हम सामाजिक इनोवेशन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमें उम्मीद है कि 'एच-सोशल क्रिएटर अवाड्र्स' युवाओं को ऐसे इनोवेटिव समाधान खोजने के लिए प्रेरित करेंगे जो बड़े बदलाव लाने वाले और समाज की बेहतरी के लिए होंगे।“


श्री किम ने आगे कहा, “ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन की तरफ से मैं कहना चाहूंगा कि हम थिंक (सोचो), क्रिएट (बनाओ) और रिजाॅल्व (समाधान करो) की भावना के लिए प्रतिबद्ध हैं। मेरा भरोसा है कि 'एच-सोशल क्रिएटर' प्रोग्राम देश के युवाओं में भी ऐसी ही भावना का संचार करने में सक्षम होगा।“


एचएमआईएफ ने समाज को प्रभावित करने वाली समस्याओं का समाधान खोजने के प्रति युवाओं को प्रोत्साहित करने के मंच के रूप में 'एच-सोशल क्रिएटर' प्रोग्राम को शुरू किया है। इसके लिए विभिन्न शिक्षण एवं तकनीकी संस्थानों से 1400 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए थे। पहले संस्करण में कचरा प्रबंधन, सड़क सुरक्षा, इलेक्ट्रिक वाहन एवं बढ़ती जनसंख्या की समस्या के समाधान देने वाले छात्रों (17 साल एवं इससे अधिक की उम्र के) से एंट्री मंगाई गई थी।


शाॅर्टलिस्टिंग एवं स्क्रीनिंग का काम छात्रों के विचारों की जटिलता एवं उन्हें लागू करने की सुगमता के आधार पर किया गया। विषय के विशेषज्ञों ने इनोवेशन के स्वरूप, उनकी सस्टेनेबिलिटी और उनके सामाजिक प्रभाव के आधार पर फाइनल के लिए 10 आइडिया को चुना था। फाइनल में पहुंचे सभी 10 छात्रों को अपना इनोवेशन निखारने के लिए उद्योग जगत के विशेषज्ञों का सानिध्य भी मिला। इन 10 बड़े आइडिया में से सर्वश्रेष्ठ को चुनने एवं विजेताओं के चयन के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाई गई थी।


एच-सोशल क्रिएटर के बारे में:


एच-सोशल क्रिएटर भारतीय युवाओं के लिए एक सोशल इनोवेटर सीएसआर प्रोग्राम है। ह्यूंडई मोटर कंपनी ने सबसे पहले
2015 में दक्षिण कोरिया में 'एच-सोशल क्रिएटर प्रोग्राम' की शुरुआत की थी।


सोशल इनोवेटर्स और भविष्य के थिंकर्स को तैयार करने के लिहाज से एच-सोशल क्रिएटर उद्योग जगत का पहला यूथ काॅन्टेक्ट प्रोग्राम है। इस प्रोग्राम में सड़क सुरक्षा, पर्यावरण एवं स्वच्छ भारत के क्षेत्र में नए आइडिया विकसित करने वाले ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को को प्लेटफाॅर्म मुहैया कराया जाता है।
 फाइनल में पहुंचे छात्र एवं उनकी श्रेणियां: